विश्व पशुचिकित्सा दिवस के अवसर पशुचिकित्सकों ने इन्टास व सुश्रुत संस्था के सहयोग से आज विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया. इस मौके पर ग्रामीण पशुचिकित्सा पालीक्लिनिक हिंगोनिआ में मुख्य कार्यक्रम हुआ. पशु चिकित्सकों ने पशु कल्याण और संवर्धन का संकल्प लेते हुए पशु चिकित्सा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए डॉ के. वी. सिंह एवं डॉ.एस. एम.सक्सेना को लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया.इस अवसर पर जयपुर के सयुक्त निदेशक डॉ. लाल सिंह , उप निदेशक डॉ. शिवजी राम , राजस्थान वेटरनरी एसोसिएशन की केंद्रीय कार्यकारिणी के महासचिव डॉ. प्रकाश शर्मा सहित अन्य पशुचिकित्सक उपस्थित थे .पशु चिकित्सा व्यवसाय से जुड़े व्यक्तिओ, स्वयंसेवकों,पशपालको ने मिल कर हिंगोनिआ गौशाला में गायों की देखभाल, चिकित्सा कार्य में सहयोग एवं पानी -चारा खिला कर सेवा सुश्रुषा की. अन्य कार्यक्रम में पशुचिकित्सकों दवरा पांंचबत्ती स्थित पशुचिकित्सा पालीक्लिनिक एवं शहरी क्षेत्र के 16 पशुचिकित्सालयो में नि:शुल्क एंटी रेबीज वैक्सीनेशन शिविरो का आयोजन भी किया गया . शिविरो में 280 से अधिक श्वानों का वैक्सीनेशन किया गया एवं कृमिनाशक औषधिओ के माधयम से उपचार किया गया.
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Saturday, 26 April 2014
विश्व पशुचिकित्सा दिवस 2014
विश्व पशुचिकित्सा दिवस के अवसर पशुचिकित्सकों ने इन्टास व सुश्रुत संस्था के सहयोग से आज विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया. इस मौके पर ग्रामीण पशुचिकित्सा पालीक्लिनिक हिंगोनिआ में मुख्य कार्यक्रम हुआ. पशु चिकित्सकों ने पशु कल्याण और संवर्धन का संकल्प लेते हुए पशु चिकित्सा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए डॉ के. वी. सिंह एवं डॉ.एस. एम.सक्सेना को लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया.इस अवसर पर जयपुर के सयुक्त निदेशक डॉ. लाल सिंह , उप निदेशक डॉ. शिवजी राम , राजस्थान वेटरनरी एसोसिएशन की केंद्रीय कार्यकारिणी के महासचिव डॉ. प्रकाश शर्मा सहित अन्य पशुचिकित्सक उपस्थित थे .पशु चिकित्सा व्यवसाय से जुड़े व्यक्तिओ, स्वयंसेवकों,पशपालको ने मिल कर हिंगोनिआ गौशाला में गायों की देखभाल, चिकित्सा कार्य में सहयोग एवं पानी -चारा खिला कर सेवा सुश्रुषा की. अन्य कार्यक्रम में पशुचिकित्सकों दवरा पांंचबत्ती स्थित पशुचिकित्सा पालीक्लिनिक एवं शहरी क्षेत्र के 16 पशुचिकित्सालयो में नि:शुल्क एंटी रेबीज वैक्सीनेशन शिविरो का आयोजन भी किया गया . शिविरो में 280 से अधिक श्वानों का वैक्सीनेशन किया गया एवं कृमिनाशक औषधिओ के माधयम से उपचार किया गया.
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